"NEWS :-कबीरधाम में विकास नहीं, विनाश की गाड़ी भैंस के भरोसे!"
कलेक्टर निवास क़े बाहर कबीरधाम में बिजली की विकराल समस्या को लेकर ग्रामीण बरसते पानी में बैठे धरने पर,
कवर्धा,
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री विजय शर्मा के गृह ज़िले कबीरधाम में सरकारी सिस्टम का हाल देखिए—पूरा का पूरा प्रशासन भैंसागाड़ी पर बैठा है। ग्राम तमरुवा में किसानों की फसलें सूख रही हैं, क्योंकि 63 केवीए का ट्रांसफार्मर दो महीने से फेल है। बिजली विभाग की नाकामी इतनी गहरी है कि ट्रांसफार्मर खंभे तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को खुद भैंसागाड़ी का सहारा लेना पड़ा, और जब पहुंचा तो वो भी खराब निकला!
आज उस गांव में एक नहीं, पूरे 3 ट्रांसफार्मर फेल पड़े हैं—तमरुवा बस्ती का 100 केवीए और बंधिया खार का 25 केवीए भी बंद हैं। दर्जनों किसान अंधेरे और भीषण गर्मी में तड़प रहे हैं, फसलें चौपट हो रही हैं, और बिजली विभाग कान में तेल डालकर सो रहा है। किसान का बिल दो दिन लेट हो जाए तो लाइन काटने में मिनट नहीं लगाते, लेकिन जब किसान की मेहनत का अनाज बर्बाद हो रहा है, तब ये अधिकारी मुआवजा देने के नाम पर भी चुप हैं।
भाजपा के मंत्री, विधायक और नेता सरकारी शराब के नशे में चूर हैं, जनता की समस्याओं से कोसों दूर। आंखों से "भाजपाई विकास" का चश्मा उतारिए—क्योंकि ये विकास नहीं, विनाश है। अगर समय रहते सच्चाई नहीं मानी, तो जिस भैंसागाड़ी में ट्रांसफार्मर ढोया गया, उसी भैंसागाड़ी में भाजपा सरकार को भी दलदल में धकेल दिया जाएगा।
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