NEWS :-मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर प्रांजल बक्शी की शिकायत कलेक्टर से, अपने कार्यों में बरत रहे लापरवाही, गायब रहना बन चूका आदत, मलेरिया और डेंगू के रोकथाम में फिसड्डी यह टेक्निकशियन,कई दिनों का हाजरी एक साथ करता हैं. जाँच की आवश्यकता
पंडरिया.
मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर पर जांच एवं कार्यवाही नहीं करते मुख्यचिकित्सा अधिकारी कवर्धा क्योंकि बड़े स्तर से आ जाते हैं फोन कार्यवाही करने से कतरा रहे हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी
पंडरिया विकासखंड पंडरिया में पदस्थ मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर प्रांजल बक्शी कलेक्टर एवं राज्यपाल स्तर पर की गई है
गौरतलब है कि पंडरिया में पदस्थ प्रांजल बक्शी जिनका कार्य मलेरिया डेंगू संबंधित ग्राम एवं उच्च स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर जा जाकर कार्य एवं मलेरिया संबंधित कार्यों की समीक्षा एवं निरीक्षण करना होता है परंतु खंड चिकित्सा अधिकारी पंडरिया एकदम खास करीबी होने के कारण वह आए दिन खंड चिकित्सा अधिकारी के साथ उनके विशेष सहायक के रूप में नजर आते हैं जिले के एक पत्रकार के पंडरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की खबर हेतु सितंबर व अक्टूबर में 3 से 4 दिन अलग-अलग दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया में जाकर जांच पड़ताल की परंतु मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर गायब रहे सूत्रों के अनुसार वे कभी-कभी लंबे समय तक गायब रहते हैं और एक साथ गायब हुए दोनों की फर्जी हाजिरी डाल देते हैं
मुख्यचिकित्सा अधिकारी कवर्धा के खास सिपल्हारों में एक है प्रांजल बक्शी
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुछ वर्ष पूर्व खंड चिकित्सा अधिकारी के पद पर पंडरिया में कार्यरत थे इस समय से प्रांजल बक्शी अपने निजी रिश्तेदारों एवं स्थानीय नेताओं के संबंध के करण डॉक्टर बी एल राज को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाने में विशेष प्रयास थे,
सत्ता बदलते ही अपने प्रांजल बक्शी राजनीति में भी अपनी तगड़ी पकड़ रखते हैं इसीलिए वे किसी भी प्रकार का मलेरिया एवं डेंगू संबंधित कार्य नहीं करते हैं एवं अधिकारियों को अपनी राजनीति एवं रिश्तेदारों का दबाव बनाकर आए दिन गायब रहते हैं इसकी शिकायत कलेक्टर महोदय एवं राज्यपाल से की गई है जांच में एसडीएम या डिप्टी कलेक्टर के अधिकारी से जांच करवाना सुनिश्चित हो इसकी मांग की है,जांच हो कि इन्होंने कितने ग्रामों में दौरा किया है एवं कितने उप स्वास्थ्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ग्राम पंचायत स्तर के दौरान निरीक्षण पंजी में हस्ताक्षर किए हैं
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राज जब से कवर्धा जिले में पदस्थ हुए हैं उनकी प्रशासनिक पकड़ दिखाई नहीं देता इसके पूर्व भी दोषी पाए गए शराब स्पीकर ड्यूटी करने वाले और इलाज के नाम पर पैसा लेने वाले डॉक्टर कार्तिक रामरात्रि तक उनके आदेश का पालन नहीं करते है एवं एक संविदा चिकित्सा अधिकारी को कर्मचारी नेता के पुत्र को 9 माह तक नियम विरुद्ध जिला चिकित्सालय संलग्न करके रखे थे जबकि शासन द्वारा स्वास्थ्य विभाग में संलग्न कारण 2 वर्ष पहले ही समाप्त किया गया है खबरों के प्रकाशन के बाद आनंद-फानन में उक्त कर्मचारी नेता के पुत्र संविदा चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रखर गुप्ता को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूरी हेतु रिलीज किया गया
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