NEWS :-कैसे होगी फिर से संतोष पांडेय की ताजपोशी,राहें आसान नहीं,कठिन डगर,जनता के बीच पकड़ कमजोर,मोदी के भरोसे लड़ रहे हैं चुनाव,
कवर्धा
छत्तीसगढ़ राज्य बनने से लेकर अब तक राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के कवर्धा जिला हमेशा ही हाई प्रोफाइल एवं चर्चित रहा है कवर्धा क्षेत्र से 15 वर्ष मुख्यमंत्री के रूप में डॉ रमन सिंह जो अब वर्तमान सरकार में विधानसभा अध्यक्ष है,तत्पश्चात 5 वर्ष तक मंत्री के रूप में मोहम्मद अकबर रहे,और अब वर्तमान में इस हाई प्रोफाइल सीट से कद्दावर उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा नेतृत्व कर रहे हैं
चुनावी प्रचार के बीच श्री विजय शर्मा लगातार अपने क्षेत्र में जनसभाओं एवं मेल जोल के माध्यम से लगातार जनसंपर्क कर रहे है, बहुत कम समय यानि 6 महीने में ही वो लगातार आम जनता के बीच में समय निकालकर उनसे जुड़े हुए है जनता की मांग व समस्याओ से रूबरू हो रहे है, वही जब माननीय डॉक्टर रमन सिंह जी अपने 15 साल के दरमियान मुख्यमंत्री रहते जिले वासियों के बीच अच्छी पकड़ थी और आज भी है, जिलेवासी उनसे बेहद करीब से जुड़े है,लेकिन वही माननीय सासंद संतोष पांडेय जिले वासियों के बीच कुछ खास पकड़ नहीं बना पाए, दोबारा टिकट देने पर भी लोग अचरज में थे की कैसे टिकट मिल गया,कही यही कमजोरी चुनाव में भारी न पड़ जाये, उनके ऊपर लापता सांसद का तमगा जनता लगा रहे है, अब वही चुनाव प्रचार थमने के अंतिम दिनों में पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह एवं उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा अंतिम दो दिनों से कवर्धा जिले में है मेहनत कर रहे है लोगों से मिल रहे है,अब सवाल ये है की क्या इतनी बड़ी कमजोरी के बावजूद,संतोष पांडेय के लिए वोट बैंक तब्दील करवा पाएंगे या नहीं ये तो चुनाव के बाद पता चलेगा,गौरतलब है कि इस चुनाव में लोकसभा चुनाव में संतोष पांडे जी की रही आसान नहीं दिख रही है,
विधानसभा चुनाव में 60000 की खाई कों भरने के बाद विजय शर्मा जी 40000 से चुनाव इस विधानसभा क्षेत्र से जीते थे वही पंडरिया विधानसभा से लगभग 35000 की खाई कों दूर कर तकरीबन 35000 वोटो से विजय होकर भावना वोहरा विधायक बनी अब आंकड़ों के हिसाब से लगभग लगभग पौने दो लाख मतों भाजपा जीती ये कह सकते है, तो क्या अब इस विपरीत परिस्थितियों मे जहाँ परिस्थिति बदलती दिखाई दें रही है संतोष पांडेय दोनों विधानसभा से पांच दस हजार वोटो से आगे निकल पाएंगे ये मुश्किल दिख रहा, जनमानस में चर्चे है मोदी मैजिक या अब जिले के दोनों चर्चित कद्दावर नेता का सहारा है,या यूँ कह दिया जाये, मोदी के भरोसे चुनाव जीतनें की आस में है.
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