NEWS :-आंख में बाहरी कण: उपचार न मिलने पर हो सकते हैं घातक:- अमन बिसारिया ऑप्टोमेट्रिस्ट
जिले के अमन ऑप्टिकल और आई केयर सेंटर के संचालक एवं सलाहकार ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया आज नेत्र संबधित एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर रहे हैं.
आंख में बाहरी कण क्या है?
ज्यादातर समय आंखों में खुजली होने पर हम उन्हें रगड़ते हैं। आमतौर पर आंखों में खुजली तब होती है, जब हम हवा या खुले वातावरण में बिना चश्मे के निकलते हैं। इस दौरान आंख को करीब से देखने पर हमें टूटी हुई पलक या एक छोटा सा कण दिखाई दे सकता है। इस बाहरी कण को व्यक्ति खुद या किसी दूसरे की मदद लेकर आसानी से हटा सकते हैं, क्योंकि इतनी छोटी सी समस्या के लिए किसी ऑप्टोमेट्रिस्ट के पास जाने की ज़रूरत नहीं होती।
कभी-कभी आंख में ऐसे कण जा सकते हैं, जो आंखों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा किसी नुकीली वस्तु को संभालते समय धातु का एक छोटा हिस्सा आपकी आंख में प्रवेश कर सकता है या कोई हानिकारक वस्तु आंख में छेद कर सकती है। कई बार इस तरह की घटनाएं तमाम सावधानियां बरतने के बाद भी हो सकती हैं।
आंख में प्रवेश करने वाले इस बाहरी कण को फॉरेन बॉडी के नाम से भी जाना जाता है और आंखों में इसकी मौजूदगी से कई तरह के नेत्र रोग हो सकते हैं। ज्यादातर मामलों में यह बाहरी कण किसी व्यक्ति की आंख में तब प्रवेश करता है, जब व्यक्ति आंखों को सुरक्षा प्रदान करना वाला चश्मा पहने बिना ऐसे वातावरण में काम करता है, जहां उसका संपर्क छोटे उड़ने वाले अवशेष से होता है।
लक्षण
हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग हमारी आंखें है, जो हमें सूरज ढ़लने, रात के समय आसमान में होने वाली आतिशबाजी, हमारे सिर पर चमकते चंद्रमा और सितारों को देखने में सक्षम बनाती हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आंखों के ज़रिए हम अपने प्रियजनों को भी देख सकते हैं और शरीर का इतना अहम हिस्सा होने के कारण आंखों की उचित देखभाल ज़रूरी है। आंखें हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा हैं और कई बार उंगली से हल्का रगड़ने से भी आंखों में लालपन या जलन की समस्या हो सकती है।
पिछले एक दशक में नेत्र विज्ञान को हासिल हुई ज़बरदस्त सफलता के बाद भी आंखों से संबंधित बहुत सी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। कभी-कभी किसी बाहरी कण के प्रवेश से आंखों में बड़ी समस्या पैदा हो सकती है
आंख में बाहरी कण मौजूद होने के कई लक्षण हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं-
आंखों में तेज दर्द के बाद जलन और खुजली महसूस होना।
आंख में प्रवेश करने वाली किसी चीज़ का एक से दूसरी तरफ लुढ़कने का अहसास।
हर बार पलक झपकाते हुए आंखों में खरोंच महसूस होना।
धुंधली दृष्टि।
आंख के सफेद हिस्से (स्क्लेरा) में रक्तस्राव।
आंख के कॉर्निया पर रक्त की परत (आंख की स्पष्ट बाहरी परत)।
बचाव
नीचे बताए गए उपायों के ज़रिए आप आसानी से अपनी आंखों की सुरक्षा कर सकते हैं, जैसे:
उड़ने वाले अवशेष जैसे वातावरण में काम करते समय हमेशा आंखों को सुरक्षा प्रदान करने वाले चश्मे का इस्तेमाल करें।
दीवार में कील ठोकने या धातु से टकराने की ज़रूरत वाले कामों को करते समय अपनी आंखों को ढक लें।
हवा वाले दिन बाहर जाते समय चश्मा ज़रूर पहनें।
हमेशा आंखों में खुजली महसूस होने पर उन्हें धोएं।
दिन में कम से कम 4 बार आंखों को धोने की आदत डालें। वेल्डिंग काम करने के दौरान सुरक्षित चश्मा लगाकर ही वेल्डिंग का कार्य करें
आंख से बाहरी कण कैसे हटाएं?
आंख में बाहरी कण चले जाने पर स्वयं उपचार न करते हुए तत्काल ऑप्टोमेट्रिस्ट से संपर्क करें
आंखों के बाहरी कण निकालने मैं ऑप्टोमेट्रिस्ट विशेष उपकरणों का प्रयोग करते हैं एवं वे इस कार्य में विशेष प्रशिक्षित एवं दक्ष होते हैं
स्वयं उपचार करना आंखों के लिए घातक हो सकता है
निष्कर्ष –
आपकी आंखें अनमोल है अपनी आंखों की जांच योग्य एवं प्रशिक्षित शासकीय पंजीकृत ऑप्टोमेट्रिस्टसे ही करवाए
अधिक जानकारी एवं किसी भी प्रकार की नेत्र जांच नेत्र संबंधित आपातकाल परिस्थितियों में हमसे संपर्क करें
अमन बिसारिया
ऑप्टोमेट्रिस्ट
संचालक एवं सलाहकार
अमन ऑप्टिकल और आई केयर सेंटर
ओम लक्ष्मी मेडिकल एवं गायत्री मंदिर के सामने यात्री प्रतीक्षा लेकर पीछे मोबाइल नम्बर 9893765718
छत्तीसगढ़ सह चिकित्सा मंडल से पंजिकृत एवं पंजीयन क्रमांक सीजी पीएमडीसी पी 50
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रियाज अत्तारी
संपादक
टाइम्स न्यूज़ इंडिया पायनियर सरोकार ब्यूरो चीफ जिला कवर्धा
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