NEWS :-भीषण गर्मी में कारण बढ़ रहा आई स्ट्रोक का खतरा, लू के दौरान कैसे करें, अनमोल आँखों की हिफाजत:- एक्सपर्ट ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया
कवर्धा
भीषण गर्मी के कारण बढ़ रहा है आई स्ट्रोक का खतरा, ऐसे करें बचाव आइये जानते है हमारे ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया से,
जब आपकी आंखों की रेटिना तक रक्त ले जाने वाली वाहिकाओं में से एक अवरुद्ध हो जाती है तो इसे रेटिनल आर्टरी ऑक्लूजन कहा जाता है
भीषण गर्मी से हाल बेहाल है। गर्म हवाओं के थपेड़ों ने शरीर के हर एक अंग को झुलसा दिया है। इससे आपकी आंखें भी अछूती नहीं है। गर्मी के संपर्क में आने के कारण जहां इसमें जलन खुजली की समस्या हो रही है वही आई स्ट्रोक के भी मामले सामने आ रहे हैं। जी हां... हीटस्ट्रोक के कारण आई स्ट्रोक हो सकता है अब आप सोच रहे होंगे कि आई स्ट्रोक क्या होता है तो हम आपको इस आर्टिकल के जरिए इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं। हमने इसको लेकर एक्सपर्ट ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया संचालक अमन ऑप्टिकल एंड आई केयर सेंटर जिला कबीरधाम ने इस बार में बताया है
आई स्ट्रोक क्या होता है?
हमारे एक्सपर्ट ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया ने बताया हैं कि जैसे ब्रेन में स्ट्रोक होता है ठीक वैसे ही आंखों में भी स्ट्रोक होता है। ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया ने जानकारी दी कि आंखों के पर्दे यानी रेटिना पर हार्ट के जरिए ब्लड फ्लो होता है,ऐसे में जो आर्टरीज रेटिना को ब्लड सप्लाई करती है उनमें कोई ना कोई आर्टरी ब्लॉक हो जाती है,खून का थक्का आर्टरी में जमा हो जाता है जो की रेगुलर ब्लड फ्लो को रोक देता है। जब रेटिना के उस हिस्से में ब्लड फ्लो रुक जाता है तो रेटिना के उस हिस्से में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और वह काम करना बंद कर देता है। इसे हम रेटिनल आर्टरी ऑक्लूजन कहते हैं। इसके कारण धुंधलापन छा जाता है,आंखों की रोशनी प्रभावित हो जाती है,या फिर आंख के सामने काले घेरे घूम रहे हैं।
आई स्ट्रोक होने पर क्या लक्षण नजर आते हैं?
एलर्जी
कॉर्नियल कोशिकाओं में सूजन
आंखों में सूजन
आंखों में सूखापन
आंख आना
रेटिना पर रक्त का थक्का जमना
रुक-रुक कर आंखों की रोशनी आना
आंखों में दर्द और दबाव
अचानक से कम दिखाई देना
किन लोगों को होता है आई स्ट्रोक का ज्यादा रिस्क
एक्सपर्ट ऑप्टोमेट्रिस्ट अमन बिसारिया बताते हैं की रेटिना यानी की आंख के पर्दे का काम होता है रोशनी को पकड़ लेना और इमेज को ब्रेन तक पहुंचाना, फिर वो प्रोसेस कर हमें कोई भी चीज ,सामान या दुनिया दिखाई देती है। अब जब रेटिना के हिस्से में स्ट्रोक होता है तो विजन लॉस होता है। वहीं आई स्ट्रोक के लिए कई कारण जिम्मेदार होते हैं। इनमें हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, वगैराह जैसी स्थितियां शामिल है। हीट वेव इस रिस्क को बढ़ा देती है। दरअसल हीटवेव के कारण ब्लड की गुणवत्ता खराब हो जाती है। ब्लड में चिपचिपाहट हो जाती है,वहीं डिहाइड्रेशन के कारण भी रक्त गाढ़ा हो जाता है इससे ब्लड का फ्लो प्रभावित होता है।
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आई स्ट्रोक से कैसे करें बचाव
इससे बचने का जो तरीका है वह काफी सिंपल है,आप गर्मियों में जितना हो सके खुद को हाइड्रेट रखें। कम से कम 12 गिलास पानी जरूर पिएं। दरअसल जब आपको डिहाइड्रेशन होता है तो शरीर से वॉटर लॉस बहुत ज्यादा हो जाता है इसके कारण आंखें भी ड्राई हो जाती है।
पीक आर में घर से बाहर न निकलें। 10 से 4 के बीच धूप में निकलने से बचें।अगर आप धूप में निकलते भी हैं तो धूप के चश्मे ऐसे चुने जो यूवी और यूवीबी किरणों को रोकते हैं।
सीधी धूप से बचें । इसके लिए आप छतरी या कैप का इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्वच्छता बनाए रखें,बार-बार आंखों को छूने से बचें, अपनी चीजें किसी के साथ शेयर न करें, इससे संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है, बैक्टीरिया आंखों में जाकर कंजेक्टिवाइटिस पैदा कर सकते हैं।
आंखों में साफ पानी के छींटे मारें जिससे ड्राइनेस से राहत मिल सकती है।आंखों में जलन या धुंधलापन महसूस हो तो ऑप्टोमेट्रिस्ट से जरूर मिलें।
अगर आपको डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो आप इसे गर्मियों में मैनेज करें। आप रेगुलर एक्सरसाइज फॉलो करें, क्योंकि अगर आपको मधुमेह या उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं हैं तो आंखों के स्ट्रोक के खतरे को यह और भी बढ़ा सकती है। अगर गर्मियों में आपका बीपी या ब्लड शुगर लेवल अप डाउन हो रहा है तो तुरंत ही डॉक्टर से मिलें।
नियमित रूप से आंखों का चेकअप कराएं। इससे आंखों में जो भी समस्या शुरू हो रही होगी, उसका पता चल जाएगा और वक्त रहते ही इलाज मिल पाएगा।
लू के दौरान, ठंडा रहना महत्वपूर्ण है। घर के अंदर के तापमान को आरामदायक बनाए रखने के लिए पंखे या एसी का इस्तेमाल करें। हल्के, कॉटन के सांस लेने योग्य कपड़े पहने और अपने शरीर के तापमान को कम करने के लिए ठंडे पानी से नहाएं ।
कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हैं तो स्क्रीन से कुछ देर के लिए ब्रेक लेते रहें इससे आंखों पर दबाव कम पड़ेगा।
आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना भी जरूरी है।हरी सब्जियां, मछली, साबुत अनाज खट्टे फल आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं।
नेत्र संबधित जांच एवं परामर्श के लिए हमारे एक्सपर्ट अमन बिसारिया छग सह चिकित्सा मंडल से पंजिकृत ऑप्टोमेट्रिस्ट से संपर्क करे
अमन ऑप्टिकल एंड आई केयर सेंटर
ॐ लक्ष्मी मेडिकल एवं गायत्री मंदिर के सामने यात्री प्रतीक्षालय के पीछे जिला कबीरधाम
मोबाइल नम्बर 9893765718
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